मेरा मेहबूब चाँद मुझे खूब सताता है, रात भर बादलों में छुपता छुपाता है। मेरा मेहबूब चाँद मुझे खूब सताता है, रात भर बादलों में छुपता छुपाता है।
उसकी चाहत से उसकी जरूरत मै बन गई. उसकी चाहत से उसकी जरूरत मै बन गई.
सोचती हूंँ कि क्या तुम्हें भी मेरी याद आती है? सोचती हूंँ कि क्या तुम्हें भी मेरी याद आती है?
ख़्वाबों में ही आ जाओ न, तूम्हारे बिना नींद नही आती। ख़्वाबों में ही आ जाओ न, तूम्हारे बिना नींद नही आती।
कुछ लिखने के खयाल आया तो तुम याद आये तुम याद आये तो बस तुम्हीं याद आये। कुछ लिखने के खयाल आया तो तुम याद आये तुम याद आये तो बस तुम्हीं याद आये।
हां ज़िद है उसके साथ बात करने की। हां ज़िद है उसके साथ बात करने की।